एस्ट्रोसैट एक साथ एक्स-किरण और पराबैंगनी स्पेक्ट्रमी बैंडों में खगोलीय स्त्रोंतों का अध्ययन करने के लिए समर्पित पहला भारतीय खगोलीय मिशन है .
चन्द्रमा के लिए पहला मिशन चन्द्रयान-1 ने चन्द्र के रासायनिक, खनिजिकी और फोटो भूगर्भ मानचित्रण कार्य किया .
मार्स आर्बिटर मिशन (मॉम) मंगल ग्रह की सतह की विशेषताऍ, भू-आकृति विज्ञान, खनिजिकी तथा वायुमंडल का अन्वेषण करने के लिए भारत का पहला अंतर्ग्रहीय मिशन है .
चन्द्रयान-2, भारत का दूसरा चन्द्र अभियान चन्द्र के अब तक अन्वेषित नहीं किये गये भाग – उसके दक्षिण ध्रुवीय क्षेत्र पर प्रकाश डालेगा ।